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SIT करेगी अमन सिंह हत्याकांड की जांच, हाईकोर्ट में झारखंड सरकार ने दी जानकारी

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रांची 

धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की जांच SIT करेगी। टीम का गठन किया जा रहा है। झारखंड सरकार ने हाईकोर्ट में आज ये जानकारी दी है। गौरतलब है कि आज हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई हो रही थी। झारखंड सरकार की ओऱ से एडवोकेट पियूष चित्रेश दलीलें पेश कर रहे थे। हाईकोर्ट ने सरकार के SIT बनाने के निर्णय पर संतोष जाहिर किया है। कोर्ट ने SIT की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए झारखंड सरकार को दो सप्ताह का समय दिया है। इसी दिन मामले में अगली बहस होगी। 

सस्पेंड किये गये कारा अधीक्षक 

गौरतलब है कि गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड मामले में धनबाद मंडल कारा के अधीक्षक पर गृह विभाग की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। अधीक्षक मेनसन बरवा को विभाग की ओर से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में मेनसन बरवा का मुख्यालय कारा निरीक्षणालय, रांची होगा। जानकारी हो कि 3 दिसंबर को रितेश नाम के बंदी ने धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गृह विभाग के निर्देश पर इस मामले की जांच झारखंड के जेल आईजी उमाशंकर सिंह और सीआईडी आइजी असीम विक्रांत मिंज ने की थी। इस बाद दोनों अधिकारियों ने संयुक्त जांच कर रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपी थी। इसके बाद विभाग द्वारा यह कार्रवाई की गई।  

अमन ने जताई थी हत्या की आशंका 
गैंगस्टर अमन सिंह ने कुछ दिन पहले अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उसने 18 जुलाई 2022 में धनबाद जेल में पेशी के दौरान मीडिया के सामने चिल्ला-चिल्लाकर कहा था कि मुझे जान का खतरा है। इस कारण से वह जेल में अपने आसपास लोगों को भटकने नहीं देता था। गिने-चुने लोग ही उसके वार्ड के अंदर आते थे। इनमें से एक का रितेश यादव। रितेश 25 नवंबर को ही जेल आया था। दो दिन के अंदर ही वह अमन का करीबी बन गया। उसका सेवक बनकर पैर दबाने लगा। लेकिन अमन को क्या पता था कि उसका पैर दबाने वाला ही उसे गोलियों से भून देगा।